राहु शनि का कलयुगी रुप शनि न्यायाधीश सुप्रीम जज और राहु अनलिमिटेड थॉट्स का मालिक एडवोकेट वकील
1. राहु: कलियुग का सबसे प्रभावशाली ग्रह
हम जिस युग में जी रहे हैं—कलियुग—वह राहु का युग है। यह युग पूरी तरह डिजिटल, आर्टिफिशियल, वर्चुअल और हाई-स्पीड थिंकिंग पर आधारित है, और इन सभी क्षेत्रों का शासक ग्रह है राहु।
- सोशल मीडिया (Facebook, Instagram, YouTube)
- OTT प्लेटफॉर्म (Netflix, Prime)
- टेक्नोलॉजी (AI, Computer, Virtual World)
- यहां तक कि प्लास्टिक, एटम बम, या साइंस के हाई-लेवल इन्वेंशन्स—all are Rahu.
2. राहु का पॉजिटिव फेस: अगर राहु अच्छा हो तो?
- ग़ज़ब की क्रिएटिविटी,
- बिना इन्वेस्टमेंट के हाई रिटर्न,
- सोशल इन्फ्लुएंस,
- डिसिप्लिन और फोकस वाले लोगों के लिए ये वरदान बनता है।
3. राहु का नेगेटिव फेस: अगर राहु अनकंट्रोल्ड हो जाए तो?
- नशे की लत,
- शॉर्टकट थिंकिंग,
- चोरी, डकैती, धोखा,
- फ्रॉड, शेयर जुआ,
- डिसकनेक्शन फ्रॉम रियलिटी।
4. राहु का ट्रांजिट 18 मई को: एक्वेरियस में प्रवेश
राहु 18 मई को कुंभ राशि (Aquarius) में प्रवेश करेगा। ये ट्रांजिट डेढ़ साल तक असर डालेगा। कुंभ राशि किसकी है? शनि की।
इसका मतलब राहु अब शनि को फॉलो करेगा—लेकिन उल्टे तरीके से।
शनि कहता है – मेहनत से कर्म करो।
राहु कहता है – शॉर्टकट से पाओ।
5. राहु-शनि की जुगलबंदी: जबरदस्त प्रभाव
- राहु खुद बॉडी-लेस है।
- उल्टी चाल चलता है।
- फॉलोअर है शनि और बुध का।
अब शनि के साथ आने पर, राहु उसी करियर, कर्म, और स्ट्रक्चर के एरियाज़ पर वार करेगा—but in reverse style.
Example: - शनि कहता है – ऑफिस में मेहनत करो।
- राहु कहता है – ChatGPT से कर लो।
6. सिस्टम का विरोधी: सूर्य और चंद्रमा के दुश्मन
राहु सूर्य और चंद्रमा दोनों का दुश्मन है।
- सूर्य = पिता, राजा, सिस्टम
- चंद्रमा = माता, भावना, सपोर्ट
राहु इन दोनों का अपोज करता है।
इम्पैक्ट? - सिस्टम के खिलाफ रिबेल विचार।
- डिजास्टर, डिसरप्शन, डिस्टर्बेंस।
7. नेचुरल डिजास्टर का संकेत
- अर्थक्वेक्स (भूकंप),
- साइक्लोन,
- सुनामी जैसी आपदाएं—इस पीरियड में ज्यादा इम्पैक्टफुल हो सकती हैं।
- ये साधारण आपदाएं नहीं बल्कि जनहानी और इकोनॉमिक हिट्स देने वाली होंगी।
8. करियर और इकॉनॉमी पर असर
क्योंकि राहु शनि की राशि में है—सीधा असर आएगा:
- जॉब्स पर खतरा
- मैनपावर कटडाउन
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ग्रोथ
- उन लोगों का सर्वाइवल जो टेक्नोलॉजी में अपग्रेड हो गए हैं
- पुराने तरीके से काम करने वालों के लिए जोखिम का समय
9. राहु की गति और स्ट्रैटेजी
- शनि 30 महीने में राशि बदलता है
- राहु सिर्फ 18 महीनों में
- यानी इम्पैक्ट बहुत जल्दी दिखेगा
- जो रातों-रात जिंदगी बदल सकता है—अच्छी या बुरी, ये आपके कर्म और राहु की स्थिति पर निर्भर करेगा।
निष्कर्ष:
कलियुग में बिना राहु के आप न तो अमीर बन सकते हैं, न ही क्रिएटिव। लेकिन यदि राहु को बिना डिसिप्लिन और कंट्रोल के अपनाया जाए, तो यही ग्रह आपको अंधेरे में धकेल सकता है।
इसलिए आने वाले 18 महीनों में सबसे जरूरी है स्वयं को टेक्नोलॉजी, क्रिएटिविटी और लॉजिकल अप्रोच से मजबूत करना—ताकि राहु आपका मार्गदर्शक बन सके, न कि विध्वंसक।